#EverythingIsPossible दिल से दिल तक मसीह से पहले लोगों ने धुंधले आईने में छाया की तरह परमेश्वर को ठीक से नहीं समझा । लेकिन मसीह में परमेश्वर खुद हमारे पास आये ताकि हम साफ साफ समझ सकें कि वह कौन है। “पिता और मैं एक >>>
#EverythingIsPossible दिल से दिल तक जब हम मसीह को अपने दिल में स्वीकार करते हैं तब हमें एक नया जीवन शुरू करने की क्षमता प्राप्त होती है। लेकिन हम उस क्षमता को तभी पूरा कर पाएंगे जब हम विश्वास में बढ़ेंगे। इसका क्या मतलब है >>>
#EverythingIsPossible दिल से दिल तक जब यूहन्ना के दो चेले उसे छोड़कर मसीह के पीछे हो लिए तब यीशु ने उन से पूछा, “तुम क्या चाहते हो?” (यूहन्ना 1: 37) उस समय यीशु का एक भी चेला नहीं था। इसलिए इस तरह का सवाल उस >>>
#EverythingIsPossible दिल से दिल तक जीवन सबसे बड़ा उपहार है जो परमेश्वर ने आपको दिया। लेकिन प्यार के बिना जीवन का कोई अर्थ नहीं। यह हो सकता है कि आपके जन्म की परिस्थितियाँ सबसे अच्छी न थी। यह हो सकता है कि आप एक अधूरे >>>
#EverythingIsPossible दिल से दिल तक धन्यवाद के परिणाम स्वरूप हमारा विश्वास और मज़बूत होता है। जब हम विश्वास से परमेश्वर को उसके भावी जवाबों के लिए धन्यवाद देते हैं तब हमारा विश्वास और मज़बूत होता है। हालाकि हम उसके जवाब को अभी तक अपनी शारीरिक >>>
#EverythingIsPossible दिल से दिल तक तुम्हारी उपस्तिथि में बीमार चंगे हो जाते हैं, पापी पवित्र हो जाते हैं और अंधे देखने लगते हैं। तुम्हारी उपस्तिथि निराश लोगों के लिए आशा, और दबे हुए लोगों के लिए स्वतंत्रता लाती है। तुम्हारी उपस्तिथि के सामने पहाड़ मोम >>>
#EverythingIsPossible दिल से दिल तक उसका जन्म 2000 साल पहले एक बढ़ई के बेटे के रूप में बैतलैहम नामक एक छोटे शहर में हुआ था। उस समय बहुत से लोगों ने उसके जन्म पर ध्यान नहीं दिया। फिर भी अभी हम पूरे इतिहास को दो >>>